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Here are some of the mid night anxious thoughts converted into Poetries.

दर्द में यूं ना हमें खुद से दफा कीजिए
दर्द में यूं ना हमें खुद से दफा कीजिए हमें मर्ज है …
केसे कहूं बेवफा उसे
केसे कहूं बेवफा उसे, उसके भी अब 100 फ़र्ज़ है। कोई हकीम …