एक खाली कमरा
एक खाली कमरा है, बस कुछ गमो की जरूरत है। एक चादर है एक तकिया है, बस नींद इन आंखो की जरूरत है। जो है वो तो काफी पुराने है जीने के लिए नए ज़ख्मों की जरूरत है। दर्द बया तो आंखें बेहतर करती है, आखिर किसे इन लफ्जो कि जरूरत है। अकेले रहना सीख लिया है अब मैने, मुझे तो नहीं अब इन लोगो की जरूरत है। सांस लेकर तो बस ज़िंदा नहीं रहा जाता जीने के लिए कुछ सपनों की जरूरत है।