Browsed by
Tag: alone

अकेले रहना बड़ी ज़िम्मेदारी है।

अकेले रहना बड़ी ज़िम्मेदारी है।

लोगो की तो दो पल की यारी है,अकेले रहना बड़ी ज़िम्मेदारी है। दिन भर लोगो की भीड़ हो भले,रात तो सबने अकेले गुजारी है। खुशी तो बांट लेते हैं लोग सभी,इस गम पे सिर्फ हक हमारी है। तुम करलो एश ओ आराम सारे,हम पे तो अभी काम भारी है। हम फिर अकेले ही घर लौट आए,खैर ये कौन सा पहली बारी है।

एक दिया है जलता सांझ पहर मेरे घर में

एक दिया है जलता सांझ पहर मेरे घर में

एक दिया है जलता सांझ पहर मेरे घर में, रहता है एक सुना शहर मेरे घर में, डूबा सा रहता हूं अपने ही बिस्तर में, यादों की बहती है एक नहर मेरे घर में, दरवाजा उम्मीदों का खुला रहता है दिनभर, ना जाने कब आएगी खुशी की लहर मेरे घर में, अगर इंतेज़ार करना मुहाल हो जाए किसी दिन, है रखी एक शीशी जहर मेरे घर में, इतनी भी मौत से दोस्ती अच्छी नहीं अक्षय, ए ज़िंदगी तू भी तो…

Read More Read More